अभिनेत्री कटरीना कैफ ने राहुल गांधी को आधा भारतीय कहकर विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि वो आधी एशियाई और आधी यूरोप की हैं लेकिन उन्हें इस पर गर्व है, ठीक उसी तरह जैसे राहुल गांधी आधे भारतीय और आधे इटली के हैं। कटरीना के इस बयान का तूल पकड़ना लाजिमी है क्योंकि राहुल गांधी की नागरिकता पर सवाल नहीं उठाया जा सकता। इसलिए नहीं कि वो गाँधी परिवार के युवराज हैं, वरन इसलिए कि राहुल का जन्म भारत में ही हुआ है, उनके पास भारतीय नागरिकता वाला पासपोर्ट है, उनके पिता भारतीय थे।
प्रत्येक व्यक्ति के नाना के साथ ही दादा भी तो होते हैं... और अधिकतर परिवारों में दादा और पिता का नाम ज्यादा महत्वपूर्ण होता है, बजाय नाना या मामा के... तो फ़िर राजीव गाँधी के दादाजी का नाम क्या था.... किसी को मालूम है ? राहुल आधा भारतीय तो हैं ही, साथ मे एक चौथाई हिंदू भी हैं क्योंकि इनके दादा यानी फरोज़ (गाँधी!) पारसी थे इस का मतलब है कि राहुल के पिता राजीव गाँधी आधा हिंदू हुए और जब आधा हिंदू एक क्रिश्चन के साथ शादी करता है तो इस हिसाब से तो उनकी औलाद यानी राहुल (बाबा!) आधा क्रिश्चन- एक चौथाई पारसी और एक चौथाई हिंदू ही तो हुए। अगर कैटरिना ने राहुल को आधा भारतीय कह दिया तो इसमें इतना बवाल क्यों मचा है। शायद इसलिए कि राहुल गाँधी आधे नहीं कहीं से भी भारतीय नहीं है। (क्योंकि इन्होंने कुछ दिन पहले भट्टा परसौल में खुद ही बोला की मुझे भारतीय होने में शर्म आ रही है।)
फिल्म अभिनेत्री कैटरिना के इस बयान के बाद कांग्रेस के बड़बोले प्रवक्ता मनीष तिवारी (जिनके लिए "सोनिया" राहुल तमेव माता च पिता तमेव तमेव बंधू च सखा तमेव,,,,,,,,, से भी बढ़ कर भक्ति है) से जब पत्रकारों ने प्रतिक्रिया जननी चाही तो तिवारी ने एक तरह से यह जताने का प्रयास किया मानो वह कटरीना को जानते ही नहीं हैं। उन्होंने कहा, 'वह कौन है? मैं नहीं जानता। कल को आप मुझसे जॉनी लीवर के बयान पर प्रतिक्रिया पूछेंगे। देश में राजनीतिक चर्चा को आप किस स्तर तक ले जाना चाहते हैं।' तिवारी जी गाँधी परिवार कि चमचागिरी में शायद यह भूल गए कि जितने लोग जॉनी लीवर को जानते हैं, उसके एक चौथाई लोग भी आपको नहीं जानते होंगे। तो फिर कटरीना की तो बात ही छोड़ दो। इनको इस बात को सपष्ट रूप से समझनी चाहिए कि जॉनी लिवर इनसे ज़्यादा लोकप्रिय और विश्वशनीय है। अगर वो इनके खिलाफ खड़ा हो जाए तो इनकी जमानत जप्त हो जाए।
इसी गाँधी परिवार ने भ्रष्टाचार के पानी में लोकतंत्र की चीनी मिला कर भारतीयों को ऐसा शरबत पिलाया गया जिस का साईडिफेक्ट आज 60 साल बाद साफ साफ उभर कर सामने आया है। भारतीय जनता को तो सोनिया की दस वर्षों की राजनीति की कोई सुन्दर उपलब्धि नहीं दिखती, पर मीडिया और गांधी दासों के हिसाब से गाँधी परिवार के बिना भारत का अस्तित्व ही खतरे में है। गांधी दासों (गांधी परिवार के दास) के लिए अपने देश से बड़ा गाँधी परिवार है तभी तो आतंकवादी-देशद्रोही कितना भी अपने राष्ट्र-संस्कृति का अपमान करे इनके कान पर जूं तक नहीं रेंगती ... जैसे ही किसी ने सोनिया, राहुल आदि के बारे में कुछ कहा इन गाँधी दासों के भावनाएं इतनी आहात हो जाती है कि ये गाँधी दास खून-खराबे पे उतर आते हैं।
केटरीना ने अंजाने मे भी शायद सही कहा, अगर वह आधे भारतीय है तो आधे भारतीय ही हुए ना. खैर भारत एक ऐसा देश है जो इसकी संस्कृति से प्यार करने लगे तो वह भारतीय हो जाता है। दुनिया मे भारत ही एक देश है जो वसुधैव कुटुम्बकम को मानता है, परंतु जो लोग इस देश मे रहकर भी अपना धन विदेशों मे जमा कराते है, खाते यहाँ का है और गुण गाते है विदेश का, विदेशों से आकर यहाँ पर वातावरण प्रदूषित कर रहे हैं परेशानी उन्ही से है। यही तो असली भारत है दोस्त ,पहले भी हम लायक राजाओ के नालायक पुत्रो को झेलते रहे इसी मानसिकता के चलते पहले मुस्लिमो और फ़िर अग्रेजॊ के गुलाम रहे और अब अग्रेजीदा लोगो तथा काग्रेस परिवार की गुलामी करने के लिये अभिशिप्त है..
अभी कुछ महीने पहले एक पत्रकार ने सवाल उठाया था कि संसद की वेबसाईट पर सांसदों के बारे जो सब कुछ जानकारी दी गयी है उसमे सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी के नाम के सामने उनका धर्म क्यों नहीं लिखा गया है ? उस पत्रकार को कांग्रेस के ईशारे पर नौकरी से ही निकाल दिया गया. कितनी आजीब बात है की कांग्रेस और सोनिया गाँधी अपने किताबो में तो अमर शहीदों की जाति पुरे देश को अपमानजनक तरीके से तो बताते है लेकिन अपने "महारानी " और "युवराज " का धर्म भी वो इस देश को नहीं बताते .
अभी कुछ महीने पहले एक पत्रकार ने सवाल उठाया था कि संसद की वेबसाईट पर सांसदों के बारे जो सब कुछ जानकारी दी गयी है उसमे सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी के नाम के सामने उनका धर्म क्यों नहीं लिखा गया है ? उस पत्रकार को कांग्रेस के ईशारे पर नौकरी से ही निकाल दिया गया. कितनी आजीब बात है की कांग्रेस और सोनिया गाँधी अपने किताबो में तो अमर शहीदों की जाति पुरे देश को अपमानजनक तरीके से तो बताते है लेकिन अपने "महारानी " और "युवराज " का धर्म भी वो इस देश को नहीं बताते .
Rahul Gandhi Indian h ki parasi sawal yeh nhi hai , lekin indian hone par sharmana unhe bharat ki nagrikta se vanchit karne ke liye kafi hai . Aj desh me itni prablem h lekin sabko chodkar gaon ki janta ke sath picture khichwana sayad unki pahchan ban gye hai bajay iske ki sarakar ko gaon tak le jaye .Rahul ji ko desh me tamam muddo ko chodkar gaon ki politics shobha nahi deti hai .
ReplyDeleteकैटरीना के बयान पर बवाल मचाना ठीक नहीं है। एक विदेशी की दूसरे विदेशी की तरफदारी कांग्रेस को कैसे बर्दाश्त हो सकती है।मनीष तिवारी तो राजनीति के ठर्की है...समझिए सोनिया के रामभक्त।और सोनिया कांग्रेस की शक्तिपीठ है।खैर आगे बढ़ते हैं...कैटरीना ने राहुल को "हॉफ इंडियन" कहा है तो क्या गलत कहा है...आप भी अवनीश जी समझने की कोशिश नही करते हैं।अब हिसाब लगा लिजिए...अगर राहुल हॉफ इंडियन हैं तो दिग्विजय सिंह तो "फुल इंडियन" हुए।हॉफ इंडियन और हॉफ इटली का मिक्स राहुल एक ऐसे प्रोडक्ट हैं जिसके नस्ल में, खून में, इरादों में,सोच में एक्सपायरी डेट ऐसे झलकती है जैसे दिग्विजय सिंह के बातों में वैलिडिटी।कैटरीना के बातों से तो यही लगता है...भारतीय सिनेमा के कलाकार,राजनीति के कलाकार से "ज्यादा परिपक्व" हो गए हैं।कैटरीना के डॉयलाग में कितनी सच्चाई होती है....ये तो सलमान ही बता पाएंगे।वैसे सेकुलर का सर्टिफिकेट लटकाकर चलने वाली कांग्रेस को इस "हॉटमिक्स" का दर्द समझना चाहिेए।मनीष तिवारी तो शीला के नादानी को जानते हैं...कैटरीना के जवानी को नहीं।एक खास अपील राहुल और दिग्विजय पर लिखकर विपिन पाठक का समय कतई ना जाया करें।
ReplyDeleteगांधी दासों के हिसाब से गाँधी परिवार के बिना भारत का अस्तित्व ही खतरे में है। ye lines mujeh thodi ajib par murkhatapud lagi kiyoki HINDUSTAN ne गाँधी परिवार ko pahchan di hai na ki गाँधी परिवार ne HINDUSTAN ko.
ReplyDeleteJAI HIND.
प्रदीप जी आपकी बात से मै सहमत हूँ, लेकिन यहाँ स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि गाँधी दासों (कांग्रेसियों) के अनुसार न कि आपके या हमारे? आप किस श्रेणी में आते है इसे आप तय करिए। प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद....
ReplyDeleteविजय जी बहुत सही बात आपने कही है आपने ...
ReplyDeleteहॉफ इंडियन और हॉफ इटली का मिक्स राहुल एक ऐसे प्रोडक्ट हैं जिसके नस्ल में, खून में, इरादों में,सोच में एक्सपायरी डेट ऐसे झलकती है जैसे दिग्विजय सिंह के बातों में वैलिडिटी।